मनु भाकर और सरबजीत सिंह ने जीता Bronze मैडल

Vikrant Kumar
6 Min Read

मनु भाकर और सरबजीत सिंह ने पेरिस 2024 ओलंपिक खेलों में भारत के लिए जीता ऐतिहासिक कांस्य पदक

पेरिस, 30 जुलाई 2024: भारतीय निशानेबाजी के इतिहास में एक और स्वर्णिम अध्याय जुड़ गया है। पेरिस 2024 ओलंपिक खेलों में भारतीय निशानेबाज मनु भाकर और सरबजीत सिंह ने मिलकर मिश्रित टीम एयर पिस्टल इवेंट में कांस्य पदक जीतकर भारत को गर्वान्वित किया। इस जीत ने न केवल भारतीय खेल प्रेमियों का दिल जीत लिया, बल्कि देश के लिए एक और ऐतिहासिक उपलब्धि जोड़ दी है।

प्रतिस्पर्धा का संक्षिप्त विवरण

मनु भाकर और सरबजीत सिंह की जोड़ी ने मिश्रित टीम एयर पिस्टल इवेंट में जबरदस्त प्रदर्शन किया। क्वालिफिकेशन राउंड में दोनों ने संयम और धैर्य का परिचय देते हुए उच्च स्कोर किया और सेमीफाइनल में प्रवेश किया। सेमीफाइनल मुकाबला भी बेहद रोमांचक रहा, जहां उन्होंने सटीक निशानेबाजी का प्रदर्शन करते हुए फाइनल में अपनी जगह बनाई।

मनु भाकर और सरबजीत सिंह ने जीता Bronze मैडल

कांस्य पदक मैच का रोमांच

कांस्य पदक के मुकाबले में भारतीय जोड़ी का सामना चीनी टीम से था। मुकाबला बेहद तनावपूर्ण और नजदीकी था, जिसमें मनु और सरबजीत ने अपने कौशल और संयम का प्रदर्शन किया। दोनों निशानेबाजों ने एक के बाद एक सटीक निशाने लगाए और अंततः 16-14 के नजदीकी अंतर से जीत हासिल की। इस ऐतिहासिक जीत के साथ ही उन्होंने पेरिस 2024 ओलंपिक खेलों में भारत के लिए कांस्य पदक सुनिश्चित किया।

मनु भाकर और सरबजीत सिंह की यात्रा

मनु भाकर और सरबजीत सिंह दोनों ही भारतीय निशानेबाजी के प्रमुख सितारे हैं। मनु भाकर ने अपने युवा करियर में कई अंतरराष्ट्रीय पदक जीते हैं और उनकी कड़ी मेहनत और समर्पण ने उन्हें ओलंपिक पदक दिलाया। सरबजीत सिंह भी निशानेबाजी में एक प्रमुख नाम हैं और उनकी अनुभव और कौशल ने इस जोड़ी को मजबूत बनाया।

मनु भाकर का संघर्ष और समर्पण

मनु भाकर ने अपने करियर की शुरुआत छोटी उम्र में ही की थी। हरियाणा की रहने वाली मनु ने अपने पिता के प्रोत्साहन और परिवार के समर्थन से निशानेबाजी को गंभीरता से लिया। उनकी मेहनत और लगन ने उन्हें राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंच पर पहचान दिलाई। मनु का सफर संघर्ष और सफलता की कहानियों से भरा हुआ है, जिसने उन्हें इस मुकाम तक पहुँचाया।

सरबजीत सिंह की प्रेरणादायक कहानी

सरबजीत सिंह ने भी निशानेबाजी में अपने करियर की शुरुआत संघर्षपूर्ण परिस्थितियों में की थी। पंजाब के एक छोटे से गाँव से निकलकर उन्होंने अपनी कड़ी मेहनत और दृढ़ संकल्प से राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाई। सरबजीत का यह पदक उनकी मेहनत और लगन का प्रतीक है।

मनु भाकर और सरबजीत सिंह ने जीता Bronze मैडल

भारतीय खेल जगत की प्रतिक्रिया

मनु और सरबजीत की इस जीत ने पूरे देश में खुशी की लहर दौड़ा दी है। भारतीय ओलंपिक संघ के अध्यक्ष ने इस उपलब्धि को भारतीय खेलों के लिए एक महत्वपूर्ण क्षण बताया और दोनों निशानेबाजों को बधाई दी। प्रधानमंत्री, खेल मंत्री और अन्य प्रमुख नेताओं ने भी ट्वीट कर इस जीत की सराहना की और भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं।

प्रशिक्षण और तैयारी

मनु और सरबजीत की इस सफलता के पीछे कड़ी मेहनत और समर्पण छिपा है। दोनों ने अपने कोच और सपोर्ट स्टाफ के साथ मिलकर निरंतर अभ्यास और रणनीतिक तैयारी की। उनके प्रशिक्षण में आधुनिक तकनीक और सटीकता पर विशेष ध्यान दिया गया, जिससे उन्होंने अपने प्रदर्शन को निखारा।

आगे की राह मनु भाकर और सरबजीत सिंह की

इस ऐतिहासिक पदक के बाद मनु भाकर और सरबजीत सिंह का आत्मविश्वास और भी बढ़ गया है। दोनों निशानेबाज अब आने वाले प्रतियोगिताओं में भी इसी प्रकार का प्रदर्शन करने का संकल्प ले चुके हैं। उनकी इस सफलता ने युवा निशानेबाजों को भी प्रेरणा दी है, जो भविष्य में भारत के लिए और भी पदक जीतने का सपना देख रहे हैं।

भारतीय निशानेबाजी का भविष्य

मनु और सरबजीत की इस जीत ने भारतीय निशानेबाजी को एक नई ऊँचाई पर पहुँचाया है। भारतीय खेल प्राधिकरण और निशानेबाजी महासंघ ने इस सफलता को भारतीय खेलों के विकास के लिए एक महत्वपूर्ण संकेत माना है। आने वाले वर्षों में भारतीय निशानेबाजी को और भी मजबूती मिलने की उम्मीद है, जिससे अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत का दबदबा बढ़ेगा।

मनु भाकर और सरबजीत सिंह ने जीता Bronze मैडल

मनु भाकर और सरबजीत सिंह की यह ऐतिहासिक जीत भारतीय खेल जगत के लिए गर्व का क्षण है। उनकी कड़ी मेहनत, समर्पण और संघर्ष ने उन्हें इस मुकाम तक पहुँचाया है। इस जीत ने न केवल उन्हें व्यक्तिगत सफलता दिलाई है, बल्कि पूरे देश को गर्वित किया है। पेरिस 2024 ओलंपिक खेलों में उनका यह कांस्य पदक भारतीय निशानेबाजी के उज्ज्वल भविष्य का संकेत है।

Share This Article
Leave a comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *